Germany में पिछले 500 सालों यहां के निवासी सालभर में सिर्फ 1$ डॉलर किराया चुकाते हैं।

यहां 10 Amazing facts हिंदी में: Germany में  पिछले 500 सालों यहां के निवासी सालभर में सिर्फ 1$ डॉलर किराया चुकाते हैं।


हम आपको 10 Amazing facts हिंदी में एक ऐसा तथ्य बताने जा रहे हैं जिसे न आपने कहीं देखा होगा और न ही सुना होगा।अगर आप किराए के घर में रहते हैं, तो हर साल बढ़ते हुए किराए का बोझ उठाना पड़ता है। यदि किराया न बढ़ाया जाए, तो मकान खाली करने की नौबत आ सकती है। लेकिन जो जानकारी हम आपके साथ साझा करने जा रहे हैं, उसे जानकर आप भी यही सोचेंगे—काश हमें भी ऐसा घर मिल जाए!

Germany में  पिछले 500 सालों यहां के निवासी सालभर में सिर्फ 1$ डॉलर किराया चुकाते हैं।

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अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि यह जगह कहां है और किस देश से संबंधित है। आपको बता दें कि यह अनोखी जगह भारत में नहीं, बल्कि जर्मनी में स्थित है। जर्मनी के ऑक्सबर्ग शहर में करीब 500 साल पहले एक अनोखी कॉलोनी बसाई गई थी, जिसे 'फुगेरेई गेटेड कॉलोनी' के नाम से जाना जाता है।
                                                               
Germany में  पिछले 500 सालों यहां के निवासी सालभर में सिर्फ 1$ डॉलर किराया चुकाते हैं।

    
 जर्मनी के ऑग्सबर्ग शहर में स्थित फुगेरेई सोशल हाउसिंग प्रोजेक्ट दुनिया की सबसे पुरानी सामाजिक आवास योजनाओं में से एक है। इसकी स्थापना 1521 में जर्मन व्यापारी जैकब फुगर ने की थी, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सस्ती दरों पर आवास उपलब्ध कराना था। यह परियोजना फुगर चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित की जाती है, जिससे अब तक किराया नहीं बढ़ाया गया है।
                                                                      
Germany में  पिछले 500 सालों यहां के निवासी सालभर में सिर्फ 1$ डॉलर किराया चुकाते हैं।

इस कॉलोनी की सबसे खास बात यह है कि यहां सालाना किराया केवल एक डॉलर (भारतीय मुद्रा में लगभग 83 रुपए प्रतिवर्ष) है, यानी महीने का किराया मात्र 7 रुपए। यह गेटेड कॉलोनी कुल 57 इमारतों और 142 अपार्टमेंट्स से मिलकर बनी है। यहां रहने वाले लोगों को कुछ नियमों का पालन करना होता है, जैसे नियमित प्रार्थना में भाग लेना और कम्यूनिटी सेवा में योगदान देना, जिसमें उन्हें वॉचमैन या माली के रूप में काम करना पड़ता है।
                                                               
Germany में  पिछले 500 सालों यहां के निवासी सालभर में सिर्फ 1$ डॉलर किराया चुकाते हैं।


Conclusion:

कॉलोनी का मुख्य गेट रात 10 बजे तक खुला रहता है। इसके बाद प्रवेश करने के लिए वॉचमैन को 50 यूरो सेंट, जबकि मध्यरात्रि के बाद एक यूरो सेंट शुल्क देना होता है। अब आप सोचिए, यह कितनी हैरान करने वाली बात है जहां पर पिछले 500 सालों यही चला आ रहा है। जहां के निवासी सालभर में सिर्फ 1$ डॉलर किराया चुकाते हैं।



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